सिक्के : राजस्थान की रियासतों में प्रचलित प्रमुख सिक्के Topik-46
राजस्थान में प्राचीन समय में आहत / पंचमार्क के सिक्के प्रचलित थे ,इन सिक्को को टकसाल में बनाया जाता था , सिक्को के अध्ययन को न्युमोसमेटिक कहा जाता ए , इन सिक्को पर अलग-अलग प्रकार के चिन्ह / नाम अंकित थे जिन्हें विभिन्न रियासतों में अपनी-अपनी पहचान थी , प्राचीन समय में प्रचलित सिक्के का विवरण निम्नलिखित है ——-
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राजस्थान के प्रमुख सिक्के
- सिक्को के अध्ययन को न्युमोसमेटिक कहा जाता है
- मुद्रा के अध्ययन को , मुद्राशास्त्र भी कहते है
- पुस्तक ——— द करेंसिज ऑफ़ द स्टेट ऑफ़ राजपुताना
- 1893 ई. में केब द्व्रारा लिखी गयी
- राजस्थान में प्राचीनतम सिक्के ———– आहत / पंचमार्क सिक्के
- आहत सिक्को का सर्वाधिक विकास मोर्यकाल में हुआ
- सिक्को को टकसाल में बनाया जाता है
- पंचमार्क मुद्रा / सिक्के —————-
- इन्हें मार्कड / आहत सिक्के भी कहा जाता है
- आहत सिक्को का सर्वाधिक विकास मोर्यकाल में हुआ
- गरारा ( सीकर ) ———–
- यंहा से 2744 पंचमार्क मुद्राए प्राप्त हुई
- 61 सिक्को पर थ्री मेन शब्द अंकित था
- रेढ ( टोंक )
- नगरी , चितोडगढ़
- नोह ( भरतपुर )
- सांभर ( जयपुर )
- गरारा ( सीकर ) ———–
- गुप्तकालीन सिक्के —————-
- बयाना ( भरतपुर )
- आहेडा ( अजमेर )
- रेढ ( टोंक )
- सांभर ( जयपुर )
- गुप्तकालीन सिक्को का भण्डार ———– हुल्लनपुरा गाँव , बयाना ( भरतपुर ) से 1948 ई. में खोजा गया
- बयाना ( भरतपुर ) से नील की खेती के अवशेष मिले है
- यंहा राजस्थान का प्रथम विजय स्तम्भ
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- चौहान वंश में प्रचलित सिक्के ———————-
- विरोपक
- रूपक
- दीनार
- द्रम्म
- सोमलेखा
- प्रेम
- सोमेशवर ने ———–
- वृषभरोही सिक्के
- एवं अश्वरोही सिक्को का प्रचलन शुरू किया
- पृथ्वीराज तृतीय ने ———– नंदीरोही सिक्को का प्रचलन शुरू किया
- पारुथ द्र्म्मो सिक्के ———–
- मालवा के परमारो द्वारा चलाये गये सिक्के
- फदिया सिक्के ———–
- चौहानों के पतन से लगाकर 1540 ई. तक राजस्थान में चलने वाली स्वतंत्र मुद्रा
- उदाहरण—– ढीगला
- दलित सिक्के ———–
- रेढ ( टोंक )
- गधिया सिक्के ———–
- इन्डो संसेनीयन शेली में प्रचलित सिक्को को भारत में गधिया सिक्के कहा गया
- जोधपुर
- मेवाड़
- जयपुर
- पी.एल.गुप्ता ने गद्दणक लेख में कहा की इन सिक्को पर गधे की वास्तविक आकृति नही होकर गधे के मुख जैसी आकेराती प्रतीत होने के कारण इन्हें गधिया सिक्के कहा गया
- जयपुर ———–
- यह राजस्थान की प्रथम रियासत थी जिसने सर्वप्रथम स्वतंत्र टकसाल स्थापित की थी
- 1778 ई. में सवाई जयसिंह द्वारा सवाई जयपुर नामक टकसाल की स्थापना की गयी
- सिरहड्योढ़ी बाजार जयपुर को चांदी की टकसाल कहा जाता था
- रामसिंह द्वितीय ने जयपुर में कचनार की झाडी अंकित सिक्को का प्रचलन शुरू किया
- जयपुर में प्रचलित सिक्के ———–
- झाडशाही सिक्के
- इन सिक्को पर 6 टहनिया अंकित थी
- मुहम्मदशाही सिक्के
- गधिया सिक्के
- जयपुर में माधोसिंह द्वारा प्रचलित सिक्के को ———– हाली सिक्के कहा गया
- सवाई जगतसिंह ने अपनी प्रेमिका के नाम पर ———– रसकपूर सिक्के चलाये
- जयपुर के सिक्के पुरे भारत में शुद्धता हेतु प्रसिद्ध थे
- झाडशाही सिक्के
- मेवाड़ में प्रचलित सिक्के ———–
- उदयपुरी सिक्के
- चांदोड़ी सिक्के
- भिलाडी सिक्के
- ढीगाली सिक्के
- अरीशाही सिक्के
- स्वरूपशाही सिक्के
- चितोड़ी सिक्के
- मेवाड़ में चांदी के सिक्को को ———–
- द्रम्म
- रूपक कहा जाता था
- मेवाड़ में अकबर द्वारा चलाये गये सिक्के ———– एलची सिक्के
- जंहा से किसी भी नाम के सिक्के नही मिले ———–
- हनुमानगढ़
- चुरू
- झुंझुनू
- सीकर
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विभिन्न रियासतों में प्रचलित सिक्के ———————-
क्र.स. | रियासत | प्रचलित सिक्के |
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1 | अलवर | अखेयशाही सिक्के रावशाही सिक्के आंग्रेज पाव आना / सिक्का |
2 | नागोर | अमरशाही सिक्के |
3 | जैसलमेर | अखेशाही सिक्के मुहम्मद शाही सिक्के डोडिया सिक्के पुटठा सिक्के |
4 | शाहपुरा | माधोशाही सिक्के गयारहसंधा सिक्का |
5 | जोधपुर | विजशाही सिक्के गजशाही सिक्के भीमशाही सिक्के लल्लुलिया सिक्का गधिया सिक्के |
6 | बूंदी | रामशाही सिक्के कटारशाही सिक्के चेहरेशाही सिक्के पुराने रुपया गयारह सना सिक्का |
7 | कोटा | मदनशाही सिक्के गुमानशाही सिक्के हाली सिक्के |
8 | झालावाड | नये मदनशाही सिक्के पुराने मदनशाही सिक्के |
9 | प्रतापगढ़ | सालीमशाही सिक्के मुबारकशाही सिक्के मुबारकलन्दन सिक्के |
10 | डूंगरपुर | त्रिशुलिया सिक्के पत्रीसीरिया सिक्के उदयशाही सिक्के सालमशाही सिक्के |
11 | बांसवाडा | लछमिन / लक्ष्मण शाही सिक्के सालिमशाही सिक्के |
12 | सलुम्बर | पदमशाही सिक्के |
13 | किशनगढ़ | शाहआलमी सिक्के |
14 | सिरोही | चांदी का सिक्का — भिलाड़ी ताम्बे का —– ढबबूशाही |
15 | करोली | माणकशाही ( ताम्बे का सिक्का ) 1780 ई. में माणकपाल द्वारा प्रचलित |
16 | बीकानेर | गजशाही सिक्के आलमशाही सिक्के |
17 | धोलपुर | तमंचाशाही सिक्के |
18 | पाली | बिजेशाही सिक्के |
19 | कुचामन | इफ्तिसन्धा सिक्के बोपुशाही सिक्के |
20 | मेवाड़ | भिलुड़ी सिक्के त्रिशुलिया सिक्के नाथद्वारिया सिक्के ढीगला सिक्के भिंडरिया सिक्के गयारहसंदिया सिक्के एलची ( मुगलकालीन ) सिक्के चांदोड़ी सिक्के स्वरूपशाही सिक्के उदयपुरी सिक्के अरिशाही सिक्के चितोड़ी सिक्के |